पाना और खोना तो किस्मत की बात है
मगर चाहते रहना तो अपने हाथ में है
जो तकलीफ ना दे वो प्रेम कैसा
और जो प्रेम में तकलीफ ना सह सके
वो प्रेमी कैसा..!
अगर जिंदगी में सच्चा प्रेम लिखा है तो
उस इंसान को चाहे हजारों इंसानों में खड़ा
कर दो वो फिर भी आपका ही रहेगा
अगर प्रेम किसी से बेहिसाब हो जाए
तो समझ लेना कि नसीब में नहीं है
अच्छी नियत से इश्क करो
अच्छी सूरत से नहीं…!!
प्रार्थना करने के लिए व्यक्ति का मंदिर में
होना आवश्यक नहीं है ईश्वर का व्यक्ति के
मन में होना आवश्यक है..
सच्चा प्रेम तो वो है जिसमें दूर
रहने के बाद भी हर पल हृदय में उसी
इंसान का ख्याल रहता है…!
किसी एक का होकर रहना सीख लो
क्योंकि सच्चा प्रेम बार-बार नहीं मिलता..!
प्रेम का अर्थ विवाह करना
नहीं होता है बल्कि पूरी निष्ठा के
साथ समर्पण करना होता है..!
प्रेम उसी से करिएगा जिससे उम्र भर
झगड़ने की ठानी हो..!!
प्रेम में किसी के लिए
आंसू आ जाए तो समझ लेना
कि प्रेम सच्चा है
यदि प्रेम को समझना है तो तन की
नहीं मन की आंखें खोलो सच्चा प्रेम रूप
से नहीं रूह जुड़ जाता है…!
कभी-कभी बहुत सताता है यह
सवाल मुझे कि हम मिले ही क्यों
थे जब हमें मिलना ही नहीं था..!
राम के बिना रामायण अधूरी है
सीता के बिना प्रभु राम अधूरे है..!
संसार में कोई भी मनुष्य सर्वगुण
संपन्न नहीं होता इसलिए कुछ कमियों को
नजरअंदाज करके रिश्ते बनाए रखिए…!
निभाने वाला आपकी हर गलती माफ कर
देता है और छोड़ने वाला बिना गलती के
भी छोड़ जाता है.!!
कभी प्रेम करो तो ऐसे इंसान से करना जो
आईने जैसा हो जब आप हंसे आपके साथ
हंसे आपके दुख को अपना दुख समझे..!
अगर किसी को सच्चे दिल से चाहो
तो पूरी कायनात उसकी शादी किसी और के
साथ फिक्स करने में जुड़ जाते हैं…!
किसी को प्रेम करो तो इतना करो
कि अगर वो आपको छोड़ जाए तो किसी
और का भी ना हो पाए..!
दुनिया को खुशी चाहिए
और मुझे हर खुशी में सिर्फ तुम..!